आवाहन

Tuesday, April 8, 2014


दिल कि गांठ खोलो | यारो नाम बोलो ||१||
कुईनई आवे सात | मुंडे कायकू करे बात ||२||
जोरू लरके माबाप | सब पसारे हात ||३||
हत्ती घोडे पालख मेना | नही आवे सात ||४||
दो दिनका बजार यारो | कायकू करता बात ||५||
झुटी काया झुटी माया | झूट सब दिन रात ||६||
एका जनार्दन बोले भाई | कोही नही आवे सात ||७||

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