आवाहन

Sunday, April 27, 2014



सोडी कान्हा रवि दोर माथिल्या देतें | बया मज तें दे आई मज तें दें | डेरां घुमघुमतें ||धृ||
यशोदा उचलोनि | कडे त्यासी घेऊनि | दाविती चित्रशाळेतें ||२||
करीं कर धरोनि | नेऊनि अंगणी | दावी कूप बावीतें ||३||
दावित आरशांत | म्हणें पाहें कृष्णनाथ | मुखमुखा चुंबिते ||४||
 चिमण्या ह्या गौळणी | आल्या त्याही मिळोनी | राधे उरी मज तें दें ||५||
राधेसी म्हणे नामा | कृष्णासी तुझा प्रेमा | समजवियासी तें दें ||६||

sodi kanha ravi dor mathilya dete baya maj mj te de aai dera ghumaghumite ghum ghumite

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