गोपाळांसी खेळती | आनंदें डोलती |
कृष्ण आमुचा सांगाती | डो डो डो डो डो ||१||
कान्होबाची संगती | ब्रम्हादिक इच्छिती |
धन्य आम्हां म्हणविती | अ ल ल ल ल ||धृ||
कृष्णाप्रती गोपाळ | म्हणताती सकळ |
अकळशी नाकळ | हा त त त त ||३||
मामा मारुं गेलासी | आपटिलें गजासी |
मल्लयुद्ध खेळलासी | हु तू तू तू तू ||४||
अजगर मारिला | वडवानळ गिळिला |
गोवर्धन उचलिला | अ ब ब ब ब ||५||
पुतनेसी शोषिले | नारदासी मोहिलें |
गणिकेसी उद्धरिले | अ रे रे रे रे ||६||
गौळीयांचे घरां जाशी | दहीं दुध लोणी खाशी |
त्यांच्या सुना भोगिशी | छि छि छि छि छि ||७||
सोळा सहस्त्र भोगिशी | ब्रम्हचारी म्हणवीशी |
लटिकेंचि ठकविशी | कु लू लू लू लू ||८||
सोडूनियां मी पण | आम्हां घाली लोटांगण |
परब्रम्ह नारायण | आ हा हा हा हा ||९||
ऐसे तुझे पवाडे | वर्णिताती वाडेंकोडें |
विष्णुदास नामा म्हणे | यु यु यु यु यु ||१०||
gopalansi khelati dolati krushna krishna aamucha sangati
रामकृष्णहरी...
ReplyDelete