आवाहन
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Sunday, April 6, 2014
बरवा हो हरि हरि बरवा हो ।
गोविदं गोपाळ गुण गुरवा हो ।1 ।
सावळा हो हरि सावळा हो ।
मदनमोहन कान्हा गोवळा हो । 2।
पाहता हो हरि पाहता हो ।
ध्यानलागले या चित्ता वो । 3।
पढिये वो हरि पढिये वो ।
बापरखमादेविवरू घङिये वो ।4 ।
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